दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए / दुर्गा सप्तशती पाठ नियम

दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए / दुर्गा सप्तशती पाठ नियम – नवरात्र के दिनों में दुर्गा भक्त माता दुर्गा का दुर्गा सप्तशती पाठ करते हैं. ऐसा माना जाता है की दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से मनुष्य को विशेष फल की प्राप्ति होती हैं. वैसे तो दुर्गा सप्तशती का पाठ कुछ लोग रोजाना अपने घर में करते हैं. लेकिन नवरात्री के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अधिक फलदायी माना जाता हैं.

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ऐसा भी माना जाता है की दुर्गा सप्तशती का पूरा पाठ करने में तीन घंटे जितना समय जाता हैं. इसलिए कुछ लोग इस पाठ को रोजाना नहीं कर पाते है. इसलिए नवरात्री की दिनों में करते हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में दुर्गा सप्तशती पाठ के बारे में ही कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए तथा दुर्गा सप्तशती का पाठ क्यों किया जाता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए

वैसे तो कुछ लोग दुर्गा सप्तशती का पाठ रोजाना नियमित रूप से करते हैं. लेकिन ऐसा माना जाता है. की दुर्गा सप्तशती का पूरा पाठ पूर्ण करने में तीन घंटे जितना समय लगता हैं. इसलिए कुछ लोग इस पाठ को रोजाना नहीं कर पाते हैं. अगर आपके पास समय है. तो आप रोजाना भी दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं.

अगर आपके पास समय नहीं हैं. तो नवरात्री के नौ दिन आप दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं. नवरात्री के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना बहुत ही लाभदायी माना जाता हैं. नवरात्र के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना एक सही समय माना गया हैं. इसलिए अगर आप दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहते हैं. तो नवरात्री के दिनों में अवश्य करे. यह समय दुर्गा सप्तशती के पाठ के लिए शुभ फलदायी माना गया हैं.

इसके अलावा हमारे प्राचीन धार्मिंक ग्रंथो के अनुसार गुरुवार के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करना शुभ फलदायी माना गया हैं. गुरुवार का दिन दुर्गा सप्तशती पाठ के लिए सही दिन हैं. इलसिए आप गुरुवार के दिन भी दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं.

जब भी आप रोजाना, नवरात्री या गुरुवार के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करे. सुबह के समय का चुनाव करे. सुबह के समय स्नान आदि करने के बाद विधि विधान पूर्वक दुर्गा सप्तशती का पाठ करे. दुर्गा सप्तशती पाठ के लिए सुबह का समय अच्छा माना जाता हैं.

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दुर्गा सप्तशती का पाठ क्यों किया जाता है

दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से माता दुर्गा के आशीर्वाद जातक पर हमेशा के लिए बने रहते हैं. इस कारण नवरात्री के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व हैं. ऐसा माना जाता है की दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से मनुष्य का जीवन सुखमय बन जाता हैं.

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मनुष्य को यश, कीर्ति, अन्न, धन आदि प्रकार की सुख सुविधा की प्राप्ति होती हैं. इसलिए सुखमय जीवन पाने के लिए और दुर्गा माता के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए यह पाठ किया जाता हैं.

दुर्गा सप्तशती का पाठ कैसे करना चाहिए / दुर्गा सप्तशती पाठ नियम

दुर्गा सप्तशती का पाठ निम्नलिखित तरीके से करना चाहिए:

  • दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू करने से पहले दुर्गा सप्तशती पुस्तक को लाल कपड़े पर रखे उसके बाद पुस्तक की अक्षत चावल और पुष्प के द्वारा पूजा करे.
  • इसके बाद पाठ की शुरुआत करने से पहले ओम “एं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे” मंत्र का जाप करे. पाठ पूर्ण होने के बाद भी इसी मंत्र का एक बार जाप करे.
  • पाठ करने के दौरान आपके शब्द उच्चारण सही होने जरूरी हैं. इलसिए पाठ में आने वाले सभी अध्याय और मंत्र का सही से उच्चारण करे.
  • दुर्गा सप्तशती का पाठ शांत मन और विश्वास के साथ करे.
  • पाठ पूर्ण हो जाने के बाद क्षमा याचना जरुर करे.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए तथा दुर्गा सप्तशती का पाठ क्यों किया जाता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह दुर्गा सप्तशती का पाठ किस समय करना चाहिए / दुर्गा सप्तशती पाठ नियम आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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