गया में पिंडदान में कितना समय लगता है / गया में पिंडदान का खर्च, विधि मंत्र – हिंदू सनातन धर्म में व्यक्ति की मृत्यु के बाद पिंडदान करने की परंपरा हैं. ऐसा माना जाता है की व्यक्ति की मृत्यु के बाद पिंडदान करने से उनकी आत्मा को तृप्ति मिलती हैं. इसलिए मृत व्यक्ति के परिवार वाले व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनका पिंडदान करते हैं.
पिंडदान किसी भी ब्राह्मण के द्वारा विधि विधान से किया जाता हैं. पिंडदान की विधि पूर्ण हो जाने के बाद ब्राह्मणों को भोजन आदि करवाकर दक्षिणा आदि देने के बाद मान सम्मान के साथ विदाय दी जाती हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की गया में पिंडदान में कितना समय लगता है तथा गया में पिंडदान का खर्च कितना होता हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
गया में पिंडदान में कितना समय लगता है
वैसे तो गया पिंडदान में 1 दिन, 2 दिन, 3 दिन 5 या 7 दिन भी लग सकते हैं. इसके अलावा कुछ पिंडदान विधि 3 से 5 घंटे में भी पूर्ण हो जाती हैं. पिंडदान की प्रक्रिया तथा विधि विधान ब्राह्मण पर निर्भर करता हैं. कुछ पंडित आपकी विधि घंटो में भी समाप्त कर देते हैं. तो कुछ पंडित पिंडदान विधि हमारे बताए दिन अनुसार भी पूर्ण करते हैं. पिंडदान कितने दिन में समाप्त होगा यह सभी ब्राह्मण पर निर्भर करता हैं. की वह कितने समय में पिंडदान विधि पूर्ण करेगे.
ऐसा भी माना जाता है की पिंडदान विधि करने वालो को अगर अच्छा पारिश्रमिक नही मिल रहा हैं. तो वह पिंडदान विधि कुछ घंटो में ही निपटाकर अन्य काम की तलाश में निकल जाएगे. लेकिन अगर उनको आपके द्वारा अच्छा पारिश्रमिक मिला हैं. तो वह आपकी पिंडदान विधि विस्तारपूर्वक संपूर्ण रूप से करते हैं.
शादी विवाह के श्लोक / शादी के सात वचन हिंदी में
गया में पिंडदान का खर्च
गया में पिंडदान का खर्च आप पर निर्भर करता है की आप कितना खर्च करना चाहते हैं. अगर आप सभी प्रकार की सुख सुविधा चाहते है. जैसे की रहना, खानापीना तथा पंडित का खर्च तो 10 से 12 हजार तक का खर्चा हो सकता हैं.
श्री कृष्ण स्तुति मंत्र, राधा कृष्ण बीज मंत्र, श्री कृष्ण शरणम नमामि मंत्र
लेकिन आप सिर्फ पंडित का खर्चा देना चाहते हैं. यह भी पंडित पर निर्भर करता है की वह आपसे कितना खर्चा ले सकते हैं. लेकिन अगर देखा जाए तो पंडित भी 3 से 5 हजार के करीब अपना खर्चा ले ही लेते हैं. इसलिए गया जाकर आपको कितना खर्चा करना है. यह सभी आप पर निर्भर करता हैं.
गया में पिंडदान कहां होता है
गया में फल्गु तट के किनारे पर पिंडदान होता हैं. ऐसा माना जाता है की भगवान राम और माता सीता ने राजा दशरथजी का पिंडदान गया के फल्गु तट पर ही किया था.
पिंडदान की सामग्री
पिंडदान के लिए चावल, गंगाजल, कुशा, तिल, पुष्प, केले, गाय का दूध, उड़द, मुंग, गन्ने, खीर, घी, शुद्ध जल, जौ आदि सामग्री की जरूरत पड़ती हैं.
कनकधारा पाठ करने की विधि – श्री कनकधारा स्तोत्र मंत्र तथा चित्र
पिंडदान की विधि मंत्र
ओम आगच्छन्तु में पितर एवं ग्रहन्तु जलान्जलिम
इस मंत्र का जाप पिंडदान के दौरान अपने पितृ को जल अर्पित करते हुए बोलना हैं. अपने हाथ में कुश लेकर दोनों हाथ जोड़कर अपने पितृ का ध्यान करते हुए इस मंत्र का पांच मिनिट तक जाप करे. इसके पश्चात जल अर्पित करे और अपने पूर्वजो को श्रद्धा पूर्वक याद करे.
इस मंत्र का अर्थ होता है की हे पितरों पधारे और जलांजलि ग्रहण करे.
आदित्य हृदय स्तोत्र के फायदे, नियम / आदित्य हृदय स्तोत्र बीज मंत्र
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की गया में पिंडदान में कितना समय लगता है तथा गया में पिंडदान का खर्च कितना होता हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह गया में पिंडदान में कितना समय लगता है / गया में पिंडदान का खर्च, विधि मंत्र आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
गर्भ गीता के फायदे / गर्भ संस्कार मंत्र – गर्भ गीता में कितने अध्याय हैं
हरिवंश पुराण पाठ के फायदे | हरिवंश पुराण इन प्रेगनेंसी
रक्षा ताबीज बनाने की विधि / ताबीज में क्या भरा जाता है