काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है / काल भैरव मंदिर कहां है

काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है / काल भैरव मंदिर कहां है – आपने काल भैरव और बटुक भैरव दोनों का नाम सुना होगा. यह दोनों ही देव व्यक्ति के कष्टों को दूर करने वाले होते हैं. अगर आप काल भैरव या बटुक भैरव की सच्चे मन से आराधना करते हैं. तो आपकी मनोकामना पूर्ण होती हैं. लेकिन काफी लोगो को ऐसा लगता है की काल भैरव और बटुक भैरव दोनों एक ही हैं.

Kal-bhaerav-aur-batuk-bhaerav-me-kya-antar-h-mandir-kha (3)

लेकिन ऐसा नही हैं. यह दोनों ही अलग अलग देव हैं. और दोनों में काफी कुछ अंतर भी हैं. जिसके बारे में आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करने वाले हैं. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है

काल भैरव और बटुक भैरव में कुछ मुख्य अंतर के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.

  • काल भैरव और बटुक भैरव दोनों ही भगवान शिव का रूप माने जाते हैं. लेकिन दोनों में ही कुछ अंतर पाया जाता हैं.
  • काल भैरव भगवान शिव का उग्र रूप माना जाता हैं. जबकि बटुक भैरव भगवान शिव का सौम्य स्वरूप माना जाता हैं.
  • काल भैरव की पूजा में तामसिक और सात्विक दोनों प्रकार के भोग लगाए जा सकते हैं. जबकि बटुक भैरव की पूजा में सिर्फ सात्विक भोग ही लगता हैं.
  • काल भैरव का रूप अत्यंत प्रचंड माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की इनकी पूजा करने से तत्काल फल की प्राप्ति हो जाती हैं. जबकि बटुक भैरव भगवान का बाल स्वरूप माना जाता हैं. इनकी पूजा से भी आपको फल की प्राप्ति होती हैं. लेकिन फल की प्राप्ति होने में थोडा समय लग सकता हैं.
  • काल भैरव भगवान शिव का उग्र स्वरूप हैं. जबकि बटुक भैरव भगवान शिव का बाल स्वरूप माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की जब काली माता किसी कारण से काफी उग्र हो गई थी. तब उनके गुस्से को शांत करने के लिए भगवान शिव ने बटुक भैरव का बाल स्वरूप धारण किया था.

तो काल भैरव और बटुक भैरव में कुछ इस प्रकार के अंतर हैं.

भैरव बाबा की पूजा किस दिन होती है – काल भैरव की पूजा विधि

बटुक भैरव का मंदिर कहां है

वैसे तो बटुक भैरव के छोटे मोटे काफी मंदिर आपको आपके आसपास मिल जाएगे. लेकिन दिल्ली में बटुक भैरव का प्राचीन मंदिर स्थित हैं. जहां हजारो की संख्या में भक्तगण बटुक भैरव के दर्शन करने के लिए आते हैं. ऐसा माना जाता है की बटुक भैरव का यह मंदिर पांडवो के द्वारा बनाया गया था.

Kal-bhaerav-aur-batuk-bhaerav-me-kya-antar-h-mandir-kha (1)

काल भैरव मंदिर कहां है

काल भैरव का सबसे पुराना और बड़ा मंदिर मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित हैं. जिनको श्री काल भैरव के नाम से जाना जाता हैं. इस मंदिर में काल भैरव को शराब का भोग लगाया जाता हैं. और हजारो की संख्या में श्री काल भैरव के दर्शन करने के लिए भक्त आते हैं.

मंगलवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए – सम्पूर्ण जानकारी

काल भैरव का प्रसाद क्या है?

काल भैरव को प्रसाद में  दही बड़े, इमरती, पेंडे, मिष्ठान, काली उड़द की दाल, मेवे, दूध, चने तथा चिरौंजी आदि चढ़ाया जा सकता हैं. ऐसा माना जाता है की यही सभी वस्तु काल भैरव की पसंदीदा चीज़ मानी जाती हैं.

अगर आप काल भैरव को प्रसाद में यही सभी वस्तु चढाते हैं. तो काल भैरव जल्दी प्रसन्न होते हैं. और भक्त की मनोकामना जल्दी पूर्ण करते हैं.

Kal-bhaerav-aur-batuk-bhaerav-me-kya-antar-h-mandir-kha (2)

किस लोटे से जल चढ़ाना चाहिए / तांबे के लोटे से पूजा करना चाहिए या नहीं

निष्कर्ष    

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह काल भैरव और बटुक भैरव में क्या अंतर है / काल भैरव मंदिर कहां है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

करियर के अनुसार कौन-सा रुद्राक्ष पहनने से होगा लाभ – सम्पूर्ण जानकारी

गोमती चक्र के नुकसान – गोमती चक्र को सिद्ध कैसे करे

पति-पत्नी में कलह के कारण और उपाय – ज्योतिषी कारण और उनके सही उपाय

Leave a Comment