कलश में क्या डालना चाहिए / कलश स्थापना विधि तथा महत्व

कलश में क्या डालना चाहिए / कलश स्थापना विधि तथा महत्व – हिंदू सनातन धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले कलश स्थापना की जाती हैं. खास करके जब कोई व्यक्ति नए मकान में गृह प्रवेश करता है. तब और नवरात्रि के दिनों में कलश की स्थापना की जाती हैं. कोई भी शुभ कार्य करने से पहले कलश की स्थापना करना अतिउत्तम और शुभ माना जाता हैं.

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कलश स्थापना करने से हमारे शुभ कार्य में आने वाली बाधा दूर हो जाती हैं. इसलिए कलश की स्थापना की जाती हैं. लेकिन काफी लोगो को यह नही पता होता है की कलश में क्या डालकर स्थापना करनी चाहिए. अगर आपको भी इस बारे में नहीं पता हैं. तो हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की कलश में क्या डालना चाहिए. इसके अलावा कलश स्थापना विधि तथा कलश का महत्व भी बताने वाले हैं.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

कलश में क्या डालना चाहिए

कलश की स्थापना करने से पहले कलश में एक या दो रुपए का सिक्का, अक्षत चावल, कुमकुम, सुपारी, अनाज आदि डाला जाता हैं. इसके अलावा कलश स्थापना के लिए साफ़ मिटटी, मिटटी का पात्र, कलश ढकने के लिए मिटटी का ढक्कन, गंगा जल, आम की पत्तियां, कच्चे चावल, जौ, फुल, फुल माला, नारियल, लाल कपड़ा, लाल चुनरी, दूर्वा घास आदि वस्तु की जरूरत पड़ती हैं.

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कलश स्थापना विधि           

कलश स्थापना संपूर्ण विधि हमने नीचे बताई हैं.

  • कलश की स्थापना देवी-देवता के आह्वान के पहले की जाती हैं. देवी-देवता के आह्वान के पहले कलश और ऊपर बताई गई संपूर्ण वस्तु तैयार करके रखनी होती हैं.
  • अब मिटटी के पात्र में साफ मिटटी डालकर जौ के बीज डाल दे.
  • अब फिर से ऊपर से मिटटी डालकर पानी का छिडकाव करे.
  • अब कलश के गर्दन वाले हिस्से पर मौली बांध दे. और कलश पर कुमकुम से तिलक करे.
  • इसके पश्चात कलश को गंगाजल से भर दे.
  • अब कलश के अंदर दूर्वा घास, सिक्का, अक्षत चावल, सुपारी आदि भी डाल दे.
  • अब कलश के ऊपर पांच अशोक के पत्तो को रखकर कलश को मिटटी के ढक्कन से ढक दे.
  • इसके पश्चात एक नारियल ले. और उसे लाल रंग की चुनरी में लपेट ले. चुनरी में एक या दो के सिक्के भी रखे.
  • इसके पश्चात नारियल और चुनरी को मौली की मदद से रक्षा सूत्र के रूप में बांध ले.
  • अब इस नारियल को साफ़ जमीन पर रखे. और कलश के ऊपर नारियल की स्थापना करे.
  • इस प्रकार से आपकी कलश स्थापना संपूर्ण हो जाएगी.

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कलश का महत्व

कलश एक विशेष प्रकार का बर्तन होता हैं. ऐसा माना जाता है की कलश के ऊपरी वाले हिस्से में भगवान विष्णु बिराजमान हैं. तथा कलश के बीच वाले हिस्से में अर्थात कंठ वाले हिस्से में भगवान शिव बिराजमान हैं. और सबसे नीचले वाले हिस्से में ब्रहमाजी बिराजमान हैं. तथा कलश के बीच वाली खाली जगह में देवी शक्तियों का वास होता हैं.

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इसलिए कोई भी शुभ कार्य करने से पहले कलश को देवी-देवता का प्रतीक मानकर कलश की स्थापना की जाती हैं. इसलिए देवी-देवता का आह्वान करने से पहले ही कलश की स्थापना कर दी जाती हैं. तो कलश स्थापना का यही सबसा बड़ा महत्व हैं.

पूजा के बाद कलश का क्या करें खराब नारियल का क्या करें

पूजा के बाद कलश को अच्छे तरीके से धो कर रख दे. और नारियल को आप किसी भी बहती हुई नदी में बहा दे. अगर आप चाहे तो कुछ दिन नारियल अपने घर के मंदिर में रख सकते हैं. लेकिन कुछ समय बाद नारियल खराब हो जाता हैं. तो आपको उसे बहती हुई नदी में बहा देना हैं.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की कलश में क्या डालना चाहिए. इसके अलावा कलश स्थापना विधि तथा कलश का महत्व भी बताया है.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह कलश में क्या डालना चाहिए / कलश स्थापना विधि तथा महत्व आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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