कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें / कुंडली न मिले तो क्या करे

कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें / कुंडली मिले तो क्या करे – शादी-विवाह से पहले हर एक लड़का और लड़की का कुंडली मिलान किया जाता हैं. ऐसा माना जाता है की कुंडली मिलान के बाद लड़का और लड़की के अधिक से अधिक गुण मिलते हैं. तो कुंडली का ऐसा मिलान अच्छा माना जाता हैं. अगर कुंडली मिलान में कुछ भी ऊँच-नीच हो जाती हैं. तो कुंडली का ऐसा मिलान अच्छा नहीं मानकर ऐसे विवाह के लिए रोक लगाई जाती हैं.

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अगर कुंडली मिलान अच्छा होता हैं. तो विवाह के बाद दंपति का जीवन सुखमय निकलता हैं. और अगर कुंडली मिलान अच्छा नहीं होने के बाद भी ऐसा विवाह कर दिया जाए. तो दंपति का जीवन कलह और दुख से भरा हुआ निकलता हैं. इसलिए कुंडली मिलान करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें

कुंडली मिलान में कुछ ध्यान देने योग्य बातें हमने नीचे बताई हैं.

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली मिलान में मंगल दोष को सबसे पहले देखा जाता हैं. अगर लड़का या लड़की किसी एक की भी कुंडली में मंगलदोष हैं. तो ऐसा विवाह करना अशुभ होता हैं. ज्योतिष ऐसा विवाह करने के लिए मना कर देते हैं.
  • अगर किसी जातक की कुंडली में प्रथम, चतुर्थ और सप्तम भाव में मंगल की पूर्ण दृष्टी है. तो कुंडली का ऐसा योग भी अच्छा नहीं होता हैं. अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल का ऐसा प्रभाव हैं. तो पहले उस दोष का निवारण करना चाहिए. इसके पश्चात ही विवाह के लिए सोचना चाहिए.
  • कुंडली में अष्टम भाव को दंपति का भाव माना जाता हैं. अगर अष्टम भाव में मंगल का बुरा प्रभाव हैं. तो यह दंपति के जीवन में बाधा बन सकता हैं. लेकिन ऐसा माना जाता है की जैसे ही अष्टम भाव पर गुरु का प्रभाव पड़ता हैं. मंगल का बुरा प्रभाव खत्म हो जाता हैं. इसलिए कुंडली मिलान के दौरान गुरु का स्थान भी देखना चाहिए.
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लड़का और लड़की कुंभ तथा सिंह में हैं. तो ऐसी कुंडली कभी भी मेल नहीं होती हैं. भले ही ऐसी कुंडली के ग्रह असामान्य हो लेकिन राशि में ताल मेल नहीं होने पर यह बुरा माना जाता हैं. इसलिए कुंडली मिलान से पहले ग्रह के अलावा राशि को भी ध्यान में रखना चाहिए.

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कुंडली मिले तो क्या करे

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में 36 में से कम से कम 18 गुण मिलने चाहिए. अगर वर-वधु के 18 गुण मिलते हैं. तो कुंडली का यह मिलान अच्छा माना जाता है. और विवाह के लिए अनुमति दे दी जाती हैं. लेकिन कई बार कुंडली मिलान के दौरान इतने गुण भी नहीं मिलते है. ऐसे में आप नीचे दिए गए कुछ उपाय कर सकते है.

  • शुक्र को वैवाहिक जीवन का प्रतीक माना जाता हैं. अगर कुंडली नहीं मिल रही हैं. तो आपको शुक्र ग्रह का नीलम रत्न धारण करना चाहिए. इससे आपका शुक्र और अधिक मजबूत बनता हैं. इस रत्न को धारण करने से वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होता हैं.
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता हैं. अगर यह भाव कमजोर हैं. तो आप सातवें भाव के दोष को दूर करके तथा शांति पूजन करके सातवें भाव को मजबूत करने के बाद विवाह कर सकते हैं. इसके लिए आपको किसी अच्छे ज्योतिष की सलाह लेनी होगी.
  • इसके अलावा कुंडली नही मिल रही हैं. तो भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करनी चाहिए. इससे दंपति का जीवन सुखमय व्यतीत होता हैं.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें बताई है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह कुंडली मिलान में ध्यान देने योग्य बातें / कुंडली मिले तो क्या करे आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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