मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी / मूल नक्षत्र कौन कौन से हैं / मूल नक्षत्र कैसे जाने – दोस्तों अगर किसी जातक का जन्म गण्डान्त में होता है. तब यह नक्षत्र 28 दिन बाद पुन: आते है. तब 2800 मंत्रो का जाप और दशांश हवन किया जाता है. अथवा मूल शांति की विधि की जाती हैं. तब जाकर जातक पर से गण्ड-मूलका दोष दूर होता हैं. इसलिए आपको मूल शांति पूजन सामग्री की आवश्यकता होती हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी बताने वाले हैं. तथा मूल नक्षत्र कौन से है. और मूल नक्षत्र से जुडी कुछ और भी जानकरी प्रदान करने वाले हैं.
Table of Contents
मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी
मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट निम्नलिखित है:
- दूध 250 ml
- दही 250 ml
- घी 250 ml
- शहद 100 ग्राम
- शक्कर 250 ग्राम
- गुड 250 ग्राम
- गंगाजल
- गुलाबजल 1 नंग
- मौलीधागा 1 नंग
- जनेऊ 5 नंग
- चंदन
- गुलाल
- कुमकुम
- हल्दी 15 नंग
- सुपाड़ी 15 नंग
- लाल कपडा
- पंचमेवा
- पान (कपुरी) 15 नंग
- अगरबत्ती
- नारियल 4 नंग
- लौंग
- इलायची
- कपूर
- रुई
- इत्र
- बतासा
- कांस की कटोरी 1
- हवन लकड़ी 1 kg
- काला तिल
- नवग्रहसमिधा 1 नंग
- सर्वोषधी 1 नंग
- गमछा 2 नंग
- हवनमाली 1 नंग
- चंदनचुरा
- उडददाल
- नारियल गिरी
- भोजपत्र
- जटामासी
- कमलगट्टा
- शतावर
- पीसी हल्दी
- तिल का तेल 250 ml
- जल 27 जगह का
- पत्ती 27 पेड़ की
- मिट्टी का घड़ा 27 छेदवाला
- सप्तमृतिका 7 जगह की मिट्टी
- पंचरत्न
- पंचगव्य
- सप्तधान्य 7 प्रकार के अन्न
- बांसपत्र 1 नंग
- मिट्टी का पात्र 4 नंग
- नक्षत्र प्रतिमा 1 नंग
- फुलदूबी आमपत्ता
मूल शांति पूजन में इस सभी सामग्री की आवश्यकता रहती हैं.
मूल नक्षत्र कौन कौन से हैं | मूल नक्षत्र कैसे जाने
वैसे तो ज्योतिष के अनुसार कुल 27 नक्षत्र हैं. लेकिन मूल नक्षत्र 6 हैं. उग्र और तेज स्वभाव वाले नक्षत्र को मूल नक्षत्र या फिर गंडात कहा जाता हैं. तो आइये जानते है कौन कौन से नक्षत्र मूल नक्षत्र हैं.
नाम से जन्म कुंडली बनाना | जन्म कुंडली के लाभ, रहस्य, ग्रहों के घर
मूल नक्षत्र निम्नलिखित है:
- मूल
- ज्येष्ठा
- आश्लेषा
यह तीनों नक्षत्र मुख्य मूल नक्षत्र हैं.
- अश्विनी
- रेवती
- मघा
यह तीनों नक्षत्र सहायक मूल नक्षत्र माने जाते हैं.
सिद्ध कुंजिका मंत्र 108 बार करने से क्या होता है | सिद्ध कुंजिका स्तोत्र उत्कीलन मंत्र
मतलब कुल मिलाकर 6 मूल नक्षत्र हैं.
मूल नक्षत्र की शांति कैसे करें
अगर किसी बच्चे का जन्म मूल नक्षत्र में हुआ है तो चिंता न करे. हमने कुछ उपाय नीचे बताए वह उपाय करे. इससे मूल नक्षत्र की शांति हो जाएगी. और बच्चे पर कोई बुरा असर भी नहीं पड़ेगा.
- गंडमूल नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे अपने माता-पिता के लिए कष्ट प्रदान करने वाले होते हैं. ऐसा माना जाता है की जिस बच्चे का जन्म गंडमूल नक्षत्र में हुआ हैं. उस बच्चे के पिता को बच्चे का मुंह नही देखना चाहिए. और तुरंत बच्चे के पिता की जेब में फिटकरी का एक टुकड़ा रख दे.
- इसके बाद 27 दिन तक बच्चे के पिता को बच्चे का मुंह नही देखना नहीं. और 27 दिन तक रोज मुली के पत्ते बच्चे के सिर के पास रखे. और दुसरे दिन बहते पानी में बहा दे. यह क्रिया 27 दिन तक नियमित करे. फिर 28 वें दिन पिता बच्चे का मुंह देख सकते हैं.
- मूल नक्षत्र में पैदा होने के वाले बच्चो का स्वास्थ्य कमजोर रहता हैं. इसके लिए बच्चे की माता को पूर्णिमा का उपवास रखने की सलाह दी जाती है.
- अगर राशी सिंह और नक्षत्र मघा है. तो बच्चे से सूर्य को जल अर्पित कराए.
- अगर बच्चे की राशी मेष और नक्षत्र अश्विनी है. तो बच्चे से हनुमान जी की उपासना कराए.
- अगर राशी धनु है और नक्षत्र मूल है. तो गुरु और गायत्री उपासना कराए.
- अगर राशी कर्क और नक्षत्र आश्लेषा है. तो शिवजी की उपासना कराए.
- अगर राशी वृश्चिक और नक्षत्र ज्येष्ठा है. तो बच्चे से हनुमान जी की उपासना कराए.
- अगर राशी मिन और नक्षत्र रेवती है. तो बच्चे से गणेश जी की उपासना कराए.
- अश्विनी, मघा और मूल नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्चे के लिए गणेश जी पूजा अर्चना करनी चाहिए. इससे लाभ होता हैं.
- आश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्चे से बुध ग्रह की आराधना करानी चाहिए. तथा बुधवार के दिन बच्चे के हाथ से हरी वस्तु का दान कराना चाहिए.
रुद्राक्ष का पानी पीने के फायदे | रुद्राक्ष की माला पहनने के नियम, फायदे और कीमत
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी उपलब्ध की हैं. तथा आपको हमने आपको 6 मूल नक्षत्र के बारे में भी बताया हैं. इस नक्षत्र में जन्मे लेने वाले बच्चे की शांति के लिए हमने कुछ उपाय भी बताए हैं. अगर कोई बच्चा इस नक्षत्र में जन्म लेता हैं. तो ऊपर बताए गए उपाय जरुर करे. इससे आपको लाभ होगा.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह आर्टिकल मूल शांति पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी / मूल नक्षत्र कौन कौन से हैं / मूल नक्षत्र कैसे जाने अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
काला गोरा भैरव शाबर मंत्र | काल भैरव शाबर मंत्र इन हिंदी
पुत्र प्राप्ति के लिए सूर्य मंत्र | पुत्र प्राप्ति के लिए उपाय | पुत्र प्राप्ति के उपाय मंत्र
तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है | तुलसी का पौधा किस दिन लगाएं
This is amazing information, thanks
धन्यवाद मोहन जी
very good article. thanks for sharing