पानी बढ़ने का मंत्र / जमीन में पानी होने के संकेत – पानी देखने की जड़ी बूटी

पानी बढ़ने का मंत्र / जमीन में पानी होने के संकेत – पानी देखने की जड़ी बूटी – जल ही जीवन है. मनुष्य को जीने के लिए जल बहुत ही जरूरी होता हैं. पानी हमारे जीवन का अभिन्न अंग माना जाता हैं. हम पानी के बीना एक पल भी नहीं रह सकते हैं. पानी ही विश्व का पालन हार हैं. पानी के बीना किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती हैं. हम कही पर भी रहने जाते है. तो सबसे पहले पानी की व्यवस्था देखते हैं. अगर पानी की व्यवस्था हैं. तो उस जगह पर हम आसानी से रह सकते हैं.

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हमे पानी आसानी से मिल सके इसलिए हम हमारे घर में बोरिंग तथा हेडपम्प की सुविधा करते हैं. पानी की उत्पति जमीन में से ही होती हैं. जब हम हेडपम्प के लिए खुदाई करते है. या फिर बोरिंग के लिए खुदाई करते हैं. तो जमीन में पानी बढ़ा हुआ होना जरूरी होता हैं. कई बार पानी बढ़ा नहीं होने की वजह से हमें पानी नहीं मिल पाता हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पानी बढ़ने का मंत्र तथा जमीन में पानी होने के संकेत के बारे में बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

पानी बढ़ने का मंत्र   

पानी बढ़ने का मंत्र और उपाय हमने नीचे बताया हैं.

पानी बढ़ने का मंत्र ओम ह्रों वरुण देवताय नम:

पानी बढ़ने के लिए इस मंत्र का प्रयोग किया जाता हैं. पानी बढाने के लिए सबसे पहले आपको सौरव तीर्थ का पानी लाना हैं. इसके पश्चात इस पानी में आपको 21 शिवलिंगी डाल देनी हैं. इतना करने के बाद आपको इस मंत्र जाप के साथ वरुण देवता का आहवान करना हैं. साथ-साथ आपको पवित्र गंगा नदी का भी आहवान करना हैं.

इतना करने पर आपका यह पानी एकदम शुद्ध और पवित्र हो जाएगा. अब इस पानी को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष को तीज के दिन आपके बोरिंग, हेडपम्प, तालाब, कुआं आदि में इस पानी को डाल देना हैं. यह उपाय करने से जल स्तर बढेगा. और आपका पानी बढ़ जाएगा.

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जमीन में पानी होने के संकेत

जमीन में पानी होने के कुछ संकेत हमने नीचे बताए हैं.

  • कुछ पुरानी मान्यताओं के अनुसार हाथ की हथेली में नारियल खड़ा रखने पर नारियल खड़ा रह जाता हैं. तो उस जगह के आसपास पानी होगा ऐसा माना जाता हैं.
  • कुछ लोगो का मानना है की जिस जगह पर जाने से हमारे शरीर के रोम खड़े हो जाते हैं. तो उस जगह पर पानी होनी की संभावना बनती हैं.
  • अगर आपके घर के आसपास या फिर किसी भी जगह पर पलास, टेसू, अकाब के अधिक पेड़ हैं. तो उस जगह के भू-गर्भ में पानी मिल सकता हैं.
  • इसके अलावा अमरुद, जामुन, अर्जुन, गुलर आदि पेड़ो के नीचे भी पानी पाया जाता हैं.
  • एक पुरानी मान्यता यह भी है की गुलर या जामुन के पेड़ की कांटे वाली लकड़ी लेकर उसको जमीन से छुआते हुए चलना हैं. अगर लकड़ी किसी भी जगह अपने आप घुमने लगती हैं. तो ऐसा माना जाता है की उस जगह पर पानी हैं. उस जगह पर खुदाई करने पर आपको पानी मिल सकता हैं.

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पानी देखने की जड़ी बूटी

पानी देखने के लिए कुछ लोग निमगिलोय जड़ी बुट्टी का प्रयोग करते हैं. जमीन में पानी देखने के लिए आपको निमगिलोय के पेड़ की एक छोटी सी टहनी लेनी हैं. अब इस टहनी को अपने सिर के ऊपर रख देना हैं. और उस जगह पर जाना है जिस जगह पर आप पानी खोज रहे हैं.

टहनी को सिर पर रखने के बाद सूरज की तरफ दस सेकन्ड तक देखना हैं. अगर आपको सिर पर रखी जड़ी बुट्टी में कोई परिवर्तन दिखाई देता हैं. या किसी भी प्रकार की अपने आप हलचल होती हैं. तो मान लीजिए उस जगह पर पानी हैं.

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नहाते समय बोले जाने वाला मंत्र

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु

तुलसी में जल देते समय बोले जाना वाला मंत्र

महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते

जल को अभिमंत्रित कैसे किया जाता है?

जल को अभिमंत्रित करने का पूरा तरीका हमने नीचे बताया है.

जल को अभिमंत्रित करने के लिए सबसे पहले एक तांबे के लोटे में शुद्ध जल ले. अब इस जल के सामने ॐ ह्रों श्री वरुण देवतायै नमः का जाप 108 बार करे.

इतना करने पर जल अभिमंत्रित हो जायेगा. अब इस जल का उपयोग आप कही पर भी कर सकते हैं. जैसे की इस जल को घर में छिडकाव करके घर को शुद्ध कर सकते हैं. इसके अलावा किसी भी धार्मिक कार्य में भी इस जल का उपयोग किया जा सकता हैं.

भगवान को भोग लगाने के बाद भी इस जल का उपयोग किया जा सकता हैं. अगर आप शिवलिंग पर अभिमंत्रित किया हुआ जल चढ़ाना चाहते हैं. तो इस प्रकार से जल को अभिमंत्रित करके शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं.

जल को अभिमंत्रित करने से जल शुद्ध हो जाता हैं. फिर उसे किसी भी धार्मिक कार्य में लिया जा सकता हैं.

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पूजा करने से पहले कौन सा मंत्र बोला जाता है?

पूजा करने से पहले आप नीचे बताये गए कुछ मंत्रो का जाप कर सकते हैं.

  • ॐ केशवाय नम:

  • ॐ नाराणाय नम:

  • ॐ माधवाय नम:

  • ॐ हृषीकेशाय नम:

जल के कुछ धार्मिक उपाय

जल के कुछ धार्मिक उपाय हमने नीचे बताये हैं.

  • शिवलिंग पर चढ़े हुए जल का छिडकाव हमारे शरीर पर करने से हमे राहू और केतु जैसे बुरे ग्रह से मुक्ति मिलती हैं.
  • रोजाना सुबह सूर्य देवता को जल अर्पित करने से हमारे जीवन को नई दिशा मिलती हैं. हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है.
  • जो जातक मांगलिक हैं. उन्हें एक लोटे में पानी लेकर उसमे केसर, चंदन और तुलसी डाल देना हैं. अब इस जल को किसी पेड़ को अर्पित कर देना हैं. इससे मांगलिक दोष हट जाता हैं.
  • शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढाने से शनि दोष से मुक्ति मिलती हैं.

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

व्यापार के लिए कौनसा ममंत्र है?

ॐ गं गणपतये नमः

धन प्राप्ति के लिए कौनसा मंत्र है?

ॐ हृीं नमः

शारीरिक और मानसिक कष्ट से छुटकारा पाने के लिए कौनसा मंत्र है?

ॐ नमः शिवाय

मंत्र के कितने प्रकार है?

मंत्र के तीन प्रकार हैं. सात्विक, तांत्रिक और साबर.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पानी बढ़ने का मंत्र तथा जमीन में पानी होने के संकेत बताए हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह पानी बढ़ने का मंत्र / जमीन में पानी होने के संकेत – पानी देखने की जड़ी बूटी आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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