पितृ दोष की पूजा कहां पर होती है | पितृ दोष शांति के अचूक उपाय – जब हमारे पितृ हमारे से रुष्ट हो जाते हैं. तब पितृ दोष बाधा लग जाती हैं. पितृ दोष बाधा लगने के कारण घर के सभी सदस्य किसी ना किसी परेशानी में फसे रहते हैं. पितृ दोष बाधा के कारण घर के सदस्य को आर्थिक तंगी, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं.
इसके लिए पितृ दोष शांति के उपाय करने पड़ते हैं. अगर आप भी पितृ दोष की वजह से परेशान है. और पितृ दोष शांति के उपाय जानना चाहते हैं. तो हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पितृ दोष की पूजा कहां पर होती है तथा पितृ दोष क्यों होता है. इसके अलावा पितृ दोष शांति के अचूक उपाय और इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
Table of Contents
पितृ दोष की पूजा कहां पर होती है
पितृ दोष की पूजा पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे होती हैं. इसके अलावा किसी नदी के तट पर भी पितृ दोष की पूजा की जा सकती हैं.
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पितृ दोष शांति के अचूक उपाय / पितृ दोष निवारण के सरल उपाय
पितृ दोष शांति के अचूक और सरल उपाय हमने नीचे बताए हैं. जिसे करने से आपके पितृ शांत हो जाएगे. तथा उनके आशीर्वाद हमेशा के लिए आप पर बने रहेगे.
- पितृ दोष शांति के लिए सबसे पहले आप भगवान शिव की प्रतिमा के आगे बैठ जाए. अब “ओम तत्पुरुषाय विज्ञहे महादेवाय च धीमहि तन्नो रूद्र: प्रचोदयात” इस मंत्र का एक माला जाप करे. यह मंत्र आप सुबह या शाम कभी भी कर सकते हैं. इससे आपका पितृ दोष हट जाएगा.
- पितृ दोष शांत करने के लिए आप अमावस्या के दिन अपने घर पवित्रतापूर्वक बनाया हुआ भोजन तथा चावल, घी, आटा आदि गाय को खिलाए. यह उपाय करने से पितृ दोष शांत हो जाते हैं.
- अपने माता-पिता का आदर करने से, बडो के साथ अच्छा व्यवहार करने से तथा कुल की नारी को सम्मान देने से पितृ खुश होते हैं. और ऐसे में पितृ दोष कभी नहीं लगता हैं.
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पितृ दोष क्यों होता है
राहू और केतु की वजह से पितृ दोष लगने की संभावना बनती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है. की हमारी कुंडली के नवम भाव में अगर राहू और केतु आकर बैठ जाते हैं.
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तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित हो जाता हैं. कुंडली के नवम भाव में राहू केतु की उपस्थिति से व्यक्ति को काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं.
घर में पितृ दोष के लक्षण / पितृ दोष कैसे पता चलेगा
कई बार हमे पता नहीं होता है. की हम पर पितृ दोष लगा हुआ हैं. पितृ दोष लगने पर हमें कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. जो हमने नीचे बताए हैं. अगर आपको भी हमारे द्वारा बताए गए लक्षण दिखाई दे. तो किसी अच्छे से ज्योतिष से संपर्क करके पितृ दोष निवारण की सलाह जरुर ले.
- पितृ दोष लगने पर घर में हमेशा कलह रहता हैं.
- घर के सदस्य हमेशा एक दुसरे से विवाद करते रहते हैं.
- पितृ दोष लगने पर घर के बड़ो का मान-सम्मान कम होने लगता हैं.
- पितृ दोष लगने पर घर के मुखिया को काफी सारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. तथा घर के सदस्यों से अपमान भी सहन करना पड़ता हैं.
- पितृ दोष के कारण घर के सदस्य मानसिक तनाव में रहते हैं.
- पितृ दोष लगने पर आप जैसे ही अपने घर में प्रवेश करते है. आपका मन खराब होने लगता है.
- पितृ दोष के कारण दाम्पत्य जीवन में झगड़े बढ़ जाते हैं. तथा मधुरता धीरे-धीरे कम होने लगती हैं.
- पितृ दोष लगने पर व्यक्ति पर कर्ज हो जाता हैं.
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पितृ दोष की पूजा कब करनी चाहिए
पितृ दोष की पूजा भाद्रपद मास में जब श्राद्ध पक्ष की शुरुआत हो जाती है. इस समय पितृ दोष की पूजा करने से लाभ होता हैं. इसलिए भाद्रपद मास श्राद्ध पक्ष में पितृ दोष की पूजा करनी चाहिए.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया की पितृ दोष की पूजा कहां पर होती है तथा पितृ दोष क्यों होता है. इसके अलावा पितृ दोष शांति के अचूक उपाय तथा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान की है. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह पितृ दोष की पूजा कहां पर होती है / पितृ दोष शांति के अचूक उपाय आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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