शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है – शिवलिंग का रहस्य क्या है

शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है – शिवलिंग का रहस्य क्या है – ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनो देवताओं को सभी देवता में सर्वशक्तिमान देवता माना जाता हैं. इनमें से भी भगवान महेश यानी की भगवान शिव को सर्वशक्तिशाली देवता माना जाता हैं. आपने देखा होगा सभी भगवान की पूजा उनकी प्रतिमा के समक्ष की जाती हैं.

लेकिन सिर्फ भगवान शिव की पूजा ही शिवलिंग के रूप में की जाती हैं. ऐसा माना जाता है की भगवान शिव का कोई भी रूप नहीं हैं. भगवान शिव निराकार हैं. इसके लिए उनकी पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती हैं.

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दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है

आपने सभी जगह पर शिवलिंग का आकार ऊपर से गोल देखा होगा. इसके पीछे एक रहस्य छिपा हुआ हैं. ऐसा माना जाता है की शिवलिंग में ब्रह्मांड के तीन सर्वशक्तिमान देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश विराजमान हैं. दरअसल शिवलिंग को तीन हिस्से में विभाजित किया गया हैं.

सबसे नीचे वाला हिस्सा जो किसी भी मंदिर में जमीन के साथ जुड़ा हुआ होता हैं. इसके बाद बीच वाला हिस्सा और इसके बाद सबसे ऊपर वाला हिस्सा जो गोलाई में दिखाई देता हैं. इस प्रकार से तीन हिस्से में बांटा गया हैं.

शिवलिंग का सबसे निचले वाला हिस्से ब्रह्माजी का माना जाता है. जो इस सृष्टि की रचयिता माने जाते हैं. इसके बाद शिवलिंग का बीच वाला हिस्सा भगवान विष्णु का माना जाता हैं.

शिवलिंग के बीच वाले हिस्से में भगवान विष्णु वास करते हैं. जिन्हें सृष्टि का पालनहार माना जाता हैं. और सबसे ऊपर वाला हिस्सा जो गोलाई में होता हैं. वह भगवान शिव का माना जाता हैं. शिवलिंग के इस हिस्से में भगवान शिव विराजमान होते हैं.

भगवान शिव को सृष्टि का विनाशक माना जाता हैं. यानी की सृष्टि की तीनो सर्वशक्तिमान देवता की पूजा आराधना शिवलिंग के माध्यम से होती हैं.

शिवलिंग के सबसे नीचे वाला हिस्सा स्त्री का और सबसे ऊपर वाला हिस्सा पुरुष का प्रतीक जाता हैं. अर्थात शिवलिंग में शिव और शक्ति दोनों ही विराजमान हैं. इसलिए शिवलिंग का आकार कुछ इस प्रकार का हैं. जिसमें तीनो देवता की पूजा अर्चना हो जाती हैं.

शिवलिंग के ऐसे आकार के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. बिग बौग थ्योरीटी के अनुसार ऐसा माना जाता है की पुरे ब्रह्मांड का निर्माण अंडे जैसे छोटे-छोटे कण से हुआ हैं. इस वजह से भी शिवलिंग का आकार ऊपर से गोलाई जैसा हैं.

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शिवलिंग का रहस्य क्या है

शिवलिंग के कुछ रहस्य हमने नीचे बताए हैं.

  • शिवलिंग में इस सृष्टि के तीनो सर्वशक्तिमान देवता विराजमान हैं. ब्रह्मा, विष्णु और महेश.
  • अगर आप शिवलिंग की पूजा करते हैं. तो तीनो देवता की पूजा एक साथ हो जाती हैं.
  • शिवलिंग के सबसे नीचे वाले हिस्से को स्त्री का और सबसे ऊपर वाले हिस्से को पुरुष का प्रतीक माना जाता हैं. इसका मतलब यह है की शिवलिंग की पूजा करने से शिव और शक्ति दोनों की पूजा हो जाती हैं. क्योंकि यह दोनों ही शिवलिंग में वास करते हैं.
  • वायु पुराण में ऐसा रहस्य बताया गया है की प्रत्येक युग के बाद ब्रह्मांड का विनाश होकर शिवलिंग में मिल जाएगा. और नए युग की शुरुआत इसी शिवलिंग में से होगी.
  • शिवलिंग को विश्व की संपूर्ण ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता हैं.
  • भगवान शिव का कोई आकार नही हैं. वह निराकार हैं. इसलिए भगवान शिव की पूजा शिवलिंग के स्वरूप में की जाती हैं.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह शिवलिंग का आकार ऐसा क्यों है – शिवलिंग का रहस्य क्या है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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