भगवान परशुराम की मृत्यु कैसे हुई – परशुराम का जीवन परिचय

भगवान परशुराम की मृत्यु कैसे हुई – परशुराम का जीवन परिचय – हिन्दू सनातन धर्म में परशुराम को हर कोई जानता है. हमारे पुराने धार्मिक ग्रंथो में रामायण और महाभारत में परशुराम का जिक्र देखने को मिलता हैं. ऐसा माना जाता है की परशुराम त्रेता युग में अवतरित हुए थे. परशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार और हिन्दू धर्म का ज्ञाता माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की परशुराम का बचपन का नाम राम था.

इन्होने त्रेता युग में हिंसक राक्षसों को वध किया था. यह अपने गुस्से वाले स्वभाव के कारण काफी अधिक जाने जाते हैं. ऐसा माना जाता है की भगवान शिव ने परशुराम को एक फरचा  दिया था. इसके बाद इन्हें परशुराम जी महाराज के नाम से जाना जाता है.

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आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से परशुराम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते आपको बताने वाले है. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की परशुराम की मृत्यु कैसे हुई. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

भगवान परशुराम की मृत्यु कैसे हुई                            

काफी लोग जानना चाहते है की परशुराम की मृत्यु कैसे हुई. लेकिन हमारे पुराने धार्मिक शास्त्रों में परशुराम की मृत्यु के बारे में कोई भी विशेष उल्लेख नही हैं. इसलिए उनकी मृत्यु के बारे में कुछ भी बता पाना मुश्किल हैं.

लेकिन ऐसा माना जाता है की परशुराम त्रेता युग में अवतरित हुए थे. और उनका लक्ष्य पूर्ण होते हैं. उन्होंने खुद ही इस दुनिया को छोड़ दिया था. ऐसा भी माना जाता है की परशुराम को अमरत्व का वरदान मिला था. जिससे उनकी मृत्यु कभी भी नही होने वाली है ऐसा माना जाता है.

आज के समय में परशुराम के अनुयायी परशुराम अभी भी हमारे बीच हैं. और वह अमर है ऐसा मानते हैं. परशुराम जी को अमरत्व का वरदान मिला हुआ था. जिस कारण आज भी वह अमर हैं.

हिन्दू सनातम धर्म में जिस प्रकार भगवान राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता हैं. इसी प्रकार परशुराम भी भगवान विष्णु का ही अवतार माना जाता हैं. हिन्दू धर्म के प्राचीन धर्म शास्त्रों के अनुसार जिस प्रकार हनुमानजी, वेद व्यास जी, विभीषण, कृपाचार्य जी अजर अमर है. उनकी मृत्यु नही हो सकती हैं.

इसी प्रकार भगवान परशुराम जी भी अजर अमर माने जाते हैं. उनकी भी मृत्यु नही हो सकती हैं. ऐसा माना जाता है की भगवान परशुराम जी आज भी इस पृथ्वी पर तपस्या में लीन हैं.

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परशुराम का इतिहास / परशुराम का जीवन परिचय

परशुराम का पूरा नाम भगवान परशुराम जी महाराज हैं. और उनका जन्म 5142 वि.पू वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया का हुआ था. परशुराम का जन्म ब्रह्माण जाती में हुआ था. परशुराम की माता का नाम रेणुका और पिता का नाम मुनि जमदग्नि था. परशुराम के कुल चार भाई थे. जिनके नाम सुषेन, वसु,रुम्नवान और विश्वासु था.

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परशुराम कौन है

परशुराम का जन्म त्रेता युग में हुआ था. ऐसा माना जाता है की यह भगवान विष्णु के छठे अवतार थे. और इन्हें अमर रहने का वरदान मिला था. इसलिए वह आज भी पृथ्वी पर मौजूद हैं. और अपनी तपस्या में लीन हैं.

परशुराम को फरचा किसने दिया था

जब पृथ्वी पर राक्षसों का आंतक काफी हद तक बढ़ गया था. तब परशुराम ने राक्षसों का संहार किया था. जब परशुराम छोटे थे तब उनके बचपन का नाम राम था. लेकिन बड़े हुए तब भगवान शिव ने राक्षसों का वध करने के लिए परशुराम को फरचा दिया था. इसके बाद परशुराम को परशुराम जी महाराज से जाना जाने लगा.

परशुराम का असली नाम क्या है

हमारे पुराने धार्मिक ग्रंथ विष्णुपुराण और महाभारत के अनुसार परशुराम का बचपन का नाम राम था. लेकिन जब भगवान शिव ने राक्षसों का वध करने के लिए अपना परशु नामक अस्त्र परशुराम को दिया तब उनका नाम परशुराम हो गया.

परशुराम का वध कैसे हुआ

परशुराम को अमरत्व का वरदान प्राप्त हुआ था. इसलिए उनका वध नही हुआ है. वह आज भी अमर हैं. और हमेशा के लिए अमर रहने वाले हैं. परशुराम आज भी इस पृथ्वी पर अपनी तपस्या में लीन हैं.

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परशुराम की आयु कितनी थी

हमारे कुछ प्राचीन ग्रंथो के अनुसार ऐसा माना जाता है की परशुराम का जन्म त्रेता युग में हुआ था. यानी की 5114 इसा पूर्व में हुआ था. तब से लेकर आज दिन परशुराम जीवत हैं. उनको अमरत्व का वरदान प्राप्त हुआ हैं. इसलिए उनकी कोई भी आयु निश्चित नही हैं.

परशुराम की जाति क्या थे

परशुराम ब्रहामं ज्ञाति के थे.

परशुराम के माता पिता का क्या नाम था

परशुराम के पिता का नाम ऋषि जमदग्नि और माता का नाम रेणुका था.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की भगवान परशुराम की मृत्यु कैसे हुई. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा भगवान परशुराम की मृत्यु कैसे हुई – परशुराम का जीवन परिचय आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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