रक्षा ताबीज बनाने की विधि / ताबीज में क्या भरा जाता है – आज के समय में स्वयं की रक्षा बहुत ही जरूरी हैं. अगर हम कुछ अच्छे कार्य करते है या हमारे क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं. तो हमारी सफलता तथा कार्य अन्य लोगो के लिए जलन बन जाते हैं. और ऐसे लोगो की बुरी नजर हमे लग जाती हैं. इस कारण हमारे कार्यो में बाधा उत्पन्न होने लगती हैं. ऐसे में स्वयं की रक्षा करना जरुरी बन जाता हैं.
स्वयं की रक्षा करने के लिए कुछ लोग रक्षा ताबीज धारण करते हैं. यह रक्षा ताबीज बनाने की विधि हर किसी को पता नहीं होती हैं. अगर आप भी स्वयं की रक्षा चाहते हैं. तो रक्षा ताबीज पहनना जरूरी हैं. इसलिए हम रक्षा ताबीज बनाने की विधि आपको इस आर्टिकल में बताएगे. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से रक्षा ताबीज बनाने की विधि तथा हनुमान ताबीज बनाने की विधि बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
Table of Contents
रक्षा ताबीज बनाने की विधि
रक्षा ताबीज बनाने की संपूर्ण विधि हमने नीचे बताई हैं.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्वयं की रक्षा के लिए आक की जड़ बहुत ही लाभकारी होती हैं. रक्षा ताबीज बनाने के लिए सबसे पहले आपको कही से आक की जड़ ले आना हैं.
- अब आपको कही से तांबे या चांदी का ताबीज ले आना हैं. ताबीज आपको किसी भी पुजापा वालो की दुकान पर या चांदी का ताबीज ज्वेलरी की दुकान पर मिल जाएगा.
- यह दोनों वस्तु लेने के बाद आपके घर में ही गणेश जी की प्रतिमा के आगे यह दोनों वस्तु रख देनी है.
- अब थोड़ी देर बाद “ओम गं गणपतये नम:” मंत्र का जाप करते हुए ताबीज और आक की जड़ को अभिमंत्रित करे.
- दोनों वस्तु अभिमंत्रित होने के बाद पवित्र हो जाएगी. इसके पश्चात आक की जड़ को ताबीज में बंध करके हरे रंग का धागा बांधकर अपने गले में धारण करे.
- इस प्रकार से आपका रक्षा ताबीज तैयार हो जाएगा. और इसके धारण करने के बाद तुरंत ही आपको फायदा दिखाई देने लगेगा.
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ताबीज में क्या भरा जाता है
ताबीज में अलग-अलग प्रकार की वस्तु भरी जाती हैं. जिस प्रकार का टोटका और समस्या होती हैं. उससे जुडी कुछ वस्तु ताबीज में भरी जाती हैं. जैसे की हमने ऊपर बताया रक्षा ताबीज में आक की जड़ भरी जाती हैं. तो कुछ तांत्रिक उपाय में व्यक्ति के तथा पशु के बाल, नाख़ून आदि भरे जाते हैं.
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हनुमान ताबीज बनाने की विधि
हनुमान ताबीज बनाने की संपूर्ण विधि हमने नीचे बताई हैं. यह हनुमान जी का रक्षा ताबीज हैं.
- सबसे पहले आपको शनिवार या मंगलवार के दिन शतरंगी रंग का धागा लेना हैं.
- अब उस धागे के बीच में 21 गांठ लगानी हैं.
- इसके पश्चात हनुमान जी को लगाया हुआ या अर्पित किया हुआ सिंदूर आपको हनुमान मंदिर से ले आना हैं.
- अब इस धागे को सिंदूर से रंगकर चांदी या तांबे के ताबीज में भर देना हैं.
- अब शाम के समय ताबीज को एक अच्छे वस्त्र पर स्थापित करके हनुमान जी का नाम लेते हुए दीपक और धूपबत्ती आदि जलाए.
- यह सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद पांच बार हनुमान चालीसा का पाठ करे.
- अब हनुमान जी से हाथ जोड़कर प्रार्थना आदि करे.
- यह सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद आपका ताबीज तैयार हो चूका हैं. अब आप इस ताबीज को अपने गले में धारण कर सकते हैं. हनुमान जी का यह ताबीज बहुत ही प्रभावशाली माना जाता हैं. इसको शरीर पर धारण करने से स्वयं की रक्षा होती हैं.
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ताबीज पहनने से क्या होता है?
ताबीज पहनने से बहुत कुछ फायदे होते हैं. जैसे की आपने स्वयं की रक्षा के लिए ताबीज बनवाकर पहना हैं. तो आपकी रक्षा होती हैं. किसी के नजरदोष से बचा जा सकता हैं. किसी की बुरी नजर हमे नहीं लगती हैं. हमारा स्वास्थ्य हमेशा के लिए अच्छा बना रहता हैं. इस प्रकार ताबीज पहनने से विभिन्न प्रकार के फायदे होते हैं.
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भुत प्रेत भगाने का ताबीज बनाने की विधि
वैसे अगर देखा जाए तो हमारे आसपास भुत प्रेत और बुरी शक्तियों का भी शासन होता हैं. ऐसी शक्तियाँ मानव शरीर में भी प्रवेश कर सकती हैं. और इसके बाद वह किसी भी व्यक्ति को बर्बाद कर सकती हैं. इसके लिए भुत प्रेत और बुरी शक्तियों से बचना भी हमारे लिए जरूरी बन जाता हैं.
हमारे शास्त्रों में कुछ ऐसे ताबीज के बारे में बताया गया है. जिसके धारण करने से किसी भी व्यक्ति के शरीर में बुरी आत्मा और भुत प्रेत आदि प्रवेश नही कर सकते हैं. भुत प्रेत से बचने के कुछ ऐसे ही ताबीज बनाने की विधि हमने नीचे बताई हैं.
भुत प्रेत भगाने का ताबीज बनाने की पहली विधि
अगर आप चाहते है की आपके आसपास भुत प्रेत ना आये और आपके शरीर में भुत प्रेत प्रवेश ना कर पाए. तो ऐसे में आप नीचे बताये गए तरीके से ताबीज बना सकते हैं.
- सबसे पहले एक चांदी का खाली ताबीज ले लीजिए. और उसको गंगाजल या कच्चे दूध से धोकर स्वच्छ कर दीजिए.
- इसके बाद हनुमानजी के माथे पर लगा कुमकुम लेकर उस ताबीज में भर ले.
- अब इस ताबीज को हनुमानजी के चरणों में कुछ देर तक रख दीजिए.
- इसके बाद इस ताबीज को धारण कर ले.
- यह ताबीज पहनने से भुत प्रेत आपके आसपास भी नहीं भटकेगे.
भुत प्रेत भगाने का ताबीज बनाने की दूसरी विधि
भुत प्रेत भगाने का ताबीज बनाने की दूसरी विधि नीचे बताई है.
- भुत प्रेत भगाने का ताबीज बनाने के लिए सबसे पहले बंदर की पूछ का बाल, भालू के शरीर का बाल, हाथी के दांत का टुकड़ा और सर्प की हड्डी ले लीजिए.
- अब इन चारो को वस्तु को एक छोटे से कपड़े में लपेटकर चांदी के ताबीज में भर ले.
- इसके बाद अमावस्या के दिन इस ताबीज को केशर वाले दूध में रात भर डालकर रखे.
- इसके बाद दुसरे दिन सुबह ताबीज को बाहर निकालकर अपने इष्टदेव का नाम लेते हुए अपने गले में धारण कर ले.
यह ताबीज पहनते ही आपके आसपास मौजूद बुरी शक्तियाँ और बुत प्रेत आदि दूर भाग जाएगे. अगर आपके शरीर में किसी भी बुत प्रेत का वास होगा. तो ऐसे भुत प्रेत भी भाग जाएगे.
चेतावनी: कोई भी तांत्रिक कार्य करने से पहले अपने गुरु या किसी जानकार बाबा की सलाह अवश्य ले. उनके बताए गए अनुसार कार्य करने से आपको बेहतर रिजल्ट की प्राप्ति हो सकती हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से रक्षा ताबीज बनाने की विधि तथा हनुमान ताबीज बनाने की विधि बताई हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह रक्षा ताबीज बनाने की विधि / ताबीज में क्या भरा जाता है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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