पशुपतिनाथ की पूजा की विधि / पशुपति व्रत की शाम की पूजा विधि

पशुपतिनाथ की पूजा की विधि / पशुपति व्रत की शाम की पूजा विधि – देवो के देव महादेव भक्तो की सभी मनोकामना पूर्ण करने वाले देव माने जाते हैं. ऐसा माना जाता है की भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से भगवान शिव भक्त की जल्दी मनोकामना पूर्ण करते हैं.

भगवान शिव भक्त की मनोकामना जल्दी पूर्ण करते हैं. और जल्दी भक्त पर प्रसन्न हो जाते हैं. इसलिए इन्हें भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता हैं. अगर आप भगवान शिव की विशेष कृपा पाना चाहते हैं. तो आपको पशुपतिनाथ की पूजा करनी चाहिए.

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ऐसा माना जाता है की पशुपतिनाथ की पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं. और आपकी बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर देते हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पशुपतिनाथ की पूजा की विधि बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

पशुपतिनाथ की पूजा की विधि / पशुपति व्रत की शाम की पूजा विधि

पशुपतिनाथ की संपूर्ण पूजा विधि हमने नीचे बताई हैं.

  • अगर आप पशुपतिनाथ की पूजा करते हैं. तो उस दिन आपको उपवास भी रखना होगा. क्योंकि पशुपतिनाथ की पूजा के दिन उपवास रखने का नियम हैं. पशुपतिनाथ की पूजा विधि आप सोमवार के दिन से शुरू कर सकते हैं. और आपको पांच सोमवार लगातार पशुपतिनाथ की पूजा करनी हैं.
  • सोमवार के दिन आप पशुपतिनाथ की पूजा करते हैं. तो आपको इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाना हैं. और स्नान आदि करके स्वच्छ हो जाना हैं.
  • इस दिन आपको पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा.
  • स्नान आदि करने के बाद अब आपको पूजा की थाली तैयार करनी हैं. पूजा की थाली में आपको मंदार पुष्प, बेलपत्र, शमी पत्र, धुप दीप, भांग, धतुरा, पंचामृत आदि सामग्री लेनी हैं.
  • इसके पश्चात आपको भगवान शिव के मंदिर जाना है.
  • एक बात का विशेष ध्यान रखे की पहले सोमवार आप जिस मंदिर जा रहे हैं. बाकी के चारों सोमवार भी आपको उसी मंदिर में जाना हैं.
  • अब भगवान शिव के मंदिर जाकर शुद्ध घी का दीपक जलाए. अगर दीपक आटे का बना होगा तो और अतिउत्तम माना जाता हैं. इसके बाद आपको शिवलिंग पर जल अर्पित करना हैं.
  • शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय मन में “ओम नम: शिवाय” मंत्र का जाप करते रहे. इसके बाद शिवलिंग पर शहद, दही, घी, दूध अर्पित करे. इसके बाद अंत में फिर से जल अर्पित करे.
  • इतना हो जाने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र और मंदार का पुष्प अर्पित करे. अंत में मिष्ठान का भोग लगाए.
  • इतना हो जाने के बाद आपकी पूजा पूर्ण हो जाएगी. अब आपको घर पर आ जाना हैं.
  • घर आकर आप कुछ फलाहार कर सकते हैं.
  • इसके पश्चात आपको शाम के समय फिर से भगवान शिव के मंदिर जाना है. भगवान शिव के मंदिर आपको कुल 6 दीपक लेकर जाना हैं. इनमें से आपको 5 दीपक मंदिर में प्रज्ज्वलित करने हैं. और एक दीपक को घर पर लेकर आना हैं. इस दीपक को अपने घर के मुख्य द्वार दाई तरफ प्रज्ज्वलित करना हैं.
  • सुबह के समय जो मिष्ठान का प्रसाद आप मंदिर लेकर गए थे. उसको तीन हिस्से में बांट कर दो हिस्से मंदिर में भोग लगा दे. और एक हिस्सा अपने घर लाकर भगवान शिव को अर्पित करे. अब आप इस प्रसाद को ग्रहण कर ले.
  • इतना हो जाने के बाद आप व्रत का परायण कर सकते हैं. लेकिन नमक का प्रयोग करने से बचे.
  • इस प्रकार से आपकी पशुपतिनाथ की पूजा विधि सहित पूर्ण होगी.
  • इसी प्रकार से आपको अगले चार सोमवार पूजा करनी हैं. इससे पशुपतिनाथ के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.

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पशुपतिनाथ की पूजा की सामग्री

पशुपतिनाथ की पूजा के लिए उपयोग में आने वाली कुछ मुख्य सामग्री के नाम हमने नीचे बताए हैं.

  • दूध
  • दही
  • घी
  • शहद
  • मंदार पुष्प
  • बेल पत्र
  • शमी पत्र
  • धतुरा
  • भांग
  • पंचामृत
  • धुप दीप

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निष्कर्ष    

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पशुपतिनाथ की पूजा की विधि बताई है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह पशुपतिनाथ की पूजा की विधि / पशुपति व्रत की शाम की पूजा विधि आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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