दुर्गा चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए / दुर्गा चालीसा का पाठ करने की सही विधि – माता दुर्गा के आशीर्वाद की प्राप्ति करने के लिए दुर्गा चालीसा का पाठ करने के महत्व हैं. ऐसा माना जाता है की दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मनुष्य की मनोकामना पूर्ण होती हैं. साथ साथ माता के विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.
हिन्दू सनातन धर्म में हर वर्ष शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाता हैं. जिसमें माता दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती हैं. और उनको याद किया जाता हैं. इस पर्व पर माता दुर्गा की उपासना आदि भी की जाती हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की दुर्गा चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
Table of Contents
दुर्गा चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए
हिन्दू सनातन धर्म में हर वर्ष शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाता हैं. इस दौरान माता दुर्गा की नौ दिन पूजा अर्चना की जाती हैं. और उनकी उपासना अनुष्ठान किये जाते हैं. इससे माता दुर्गा के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं. इस पर्व पर दुर्गा चालीसा पढने का भी अलग ही महत्व हैं.
माता दुर्गा के इस पर्व पर दुर्गा चालीसा पढ़ी जाती हैं. अगर कोई जातक दुर्गा चालीसा पढ़ते हैं. तो उनको नियमित रूप से प्रति दिन एक बार और नवरात्रि के नौ दिन दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए.
लेकिन अगर आप चाहे तो प्रतिदिन एक बार दुर्गा चालीसा का पाठ कर सकते हैं. ऐसा माना जाता है की दुर्गा चालीसा का पाठ करने से माता के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं. और जातक की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती हैं.
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दुर्गा चालीसा पढ़ने के नियम / दुर्गा चालीसा का पाठ करने की सही विधि
वैसे तो सभी लोग दुर्गा चालीसा का पाठ सच्चे मन से और श्रद्धा से करते ही हैं. लेकिन फिर भी कई बार जातक जितना चाहिए उतना लाभ नही मिल पाता हैं. लाभ नही मिलने के पीछे सबसे बड़ी वजह इस पाठ के नियम को माना जाता हैं.
अगर आप नियम सहित और सही विधि दुर्गा चालीसा का पाठ नही करते हैं. तो इसका शुभ फल नही मिल पाता हैं.
दुर्गा चालीसा पढने के कुछ नियम और सही विधि के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- दुर्गा चालीसा का पाठ करने से पहले आपको सूर्योदय से पहले उठ जाना है. और स्नान आदि करने के बाद साफ़ सुथरे वस्त्र धारण कर लेने हैं.
- इसके बाद आपको एक लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपडा बिछाकर माता दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करना हैं.
- इतना हो जाने के पश्चात माता दुर्गा धुप दीप आदि से पूजा अर्चना करनी हैं. इसके बाद पुष्प आदि अर्पित करने हैं.
- अगर आप चाहे तो पूजा के दौरना दुर्गा यंत्र भी माता दुर्गा की प्रतिमा के पास में रख सकते हैं. इससे आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होती हैं.
- इतना हो जाने के बाद आपकी पूजा पूर्ण होगी. इसके पश्चात आपको दुर्गा चालीसा का पाठ करना हैं.
- तो कुछ इस प्रकार से नियम सहित आपकी दुर्गा चालीसा पढने की विधि पूर्ण होगी. और आपको माता के आशीर्वाद की प्राप्ति होगी.
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दुर्गा चालीसा पढ़ने के फायदे
दुर्गा चालीसा पढने से मिलने वाले कुछ मुख्य फायदे के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- अगर आप नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं. तो इससे आपको मानसिक शांति की प्राप्ति होती हैं. साथ साथ आपको शारीरिक शक्ति भी मिलती हैं.
- अगर आप नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं. तो आपकी शत्रु पर विजय होती हैं. आपके दुश्मनों में कमी आती हैं.
- अगर आप दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं. तो इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होती हैं. तथा आपको सफलता की प्राप्ति होती हैं.
- दुर्गा चालीसा का पाठ करने से आपके प्रगति के मार्ग खुलते हैं. और आपको जीवन में सफलता की प्राप्ति होती हैं.
- अगर आप पर किसी बुरी शक्ति का शाया हैं. तो ऐसे लोगो को दुर्गा चालीसा का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए.
- जो जातक नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं. उनको समाज में मान सम्मान मिलता हैं. उनकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होती हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है दुर्गा चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह दुर्गा चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए / दुर्गा चालीसा का पाठ करने की सही विधि आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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