गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए | गायत्री मंत्र का जाप कब करना चाहिए

गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए | गायत्री मंत्र का जाप कब करना चाहिए – हिन्दू सनातन धर्म में मंत्रो का काफी महत्व हैं. जिसमें से गायत्री मंत्र को सबसे बड़ा मंत्र माना जाता हैं. गायत्री मंत्र का जाप हर कोई कर सकता हैं. गायत्री मंत्र का जाप करना जातक के लिए काफी फायदेमंद होता हैं.

ऐसा माना जाता है की जो लोग रोजाना गायत्री मंत्र का जाप करते हैं. उनके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बना रहता हैं. इसके अलावा जातक को सभी कष्टों से मुक्ति भी मिलती हैं.

Gaytri-mantr-ka-jap-kitni-bar-karna-chahie-kab (3)

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए

गायत्री मंत्र का जाप आप अपनी इच्छा अनुसार कितनी भी बार कर सकते हैं. आप अपनी इच्छा अनुसार 11,21,51 या 108 बार गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं. अगर आप चाहे तो इससे भी अधिक बार 1008 बार भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं.

अगर आपके पास समय हैं. तो जितना अधिक बार आप गायत्री मंत्र का जाप करते हैं. उतना अधिक आपको फायदा हो सकता हैं.

अगर आप समय के अभाव के कारण गायत्री मंत्र का जाप नही कर पा रहे हैं. तो मान्यता के अनुसार आपको दिन में तीन बार गायत्री मंत्र का जाप जरुर करना चाहिए.

एक सूर्योदय से ठीक पहले आपको एक बार गायत्री मंत्र जाप कर लेना हैं. इसके बाद आप दुपहर के समय एक बार गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं. इसके बाद शाम को सूर्यास्त से ठीक पहले एक बार गायत्री मंत्र का जाप कर ले. तो कुछ इस प्रकार से भी आप दिन में तीन बार गायत्री मंत्र का जाप कर सकते है.

पुरानी मूर्ति का क्या करे – खंडित मूर्ति का विसर्जन कैसे करें

गायत्री मंत्र का जाप कब करना चाहिए

गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए सुबह का समय काफी अच्छा  और शुभ माना जाता हैं. अगर आप सूर्योदय के समय गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं. तो यह आपके लिए काफी लाभदायी माना जाता हैं.

इसके अलावा आप शाम के समय भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं. शाम के समय आप सूर्यास्त के दौरान गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं.

Gaytri-mantr-ka-jap-kitni-bar-karna-chahie-kab (1)

राम नाम की सिद्धि कैसे प्राप्त करे / राम नाम जप अनुभव कैसा होता है

गायत्री मंत्र जाप करने की विधि

गायत्री मंत्र का जाप करना बहुत ही आसान हैं. सिर्फ आपको नीचे दी गई कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा.

  • जब भी आप गायत्री मंत्र का जाप करे. अपने शरीर को स्वच्छ करके ही गायत्री मंत्र का जाप करे. यानी की स्नान करने के पश्चात ही गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
  • गायत्री मंत्र का जाप करने से पहले आपको आसन बिछाकर बैठना चाहिए. बीना आसन के कभी भी गायत्री मंत्र का जाप नही करना चाहिए.
  • गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए आपको रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल करना चाहिए. बीना माला के कभी भी गायत्री मंत्र का जाप ना करे.
  • गायत्री मंत्र का जाप हमेशा मन में ही करे. यानी की उच्चे स्वर में गायत्री मंत्र का जाप ना करे.
  • इस मंत्र का जाप मौन रहकर कभी भी कर सकते हैं.
  • जब भी आप गायत्री मंत्र का जाप करे सूती कपड़ो को धारण करके ही गायत्री मंत्र का जाप करे.
  • अगर आप सुबह के समय में गायत्री मंत्र का जाप कर रहे हैं. तो आपको अपना मुंह पूर्व दिशा में रखकर गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
  • अगर आप संध्या के समय गायत्री मंत्र का जाप कर रहे हैं. तो पश्चिम दिशा में मुख रखकर गायत्री मंत्र का जाप करे.
  • वैसे तो गायत्री मंत्र का जाप हर कोई व्यक्ति कर सकता हैं. लेकिन गायत्री मंत्र के जाप के दौरान सात्विक भोजन लेना चाहिए.
  • गायत्री मंत्र का जाप आप रुद्राक्ष, तुलसी या चंदन की माला से कर सकते हैं.

Gaytri-mantr-ka-jap-kitni-bar-karna-chahie-kab (2)

भैरव बाबा की पूजा किस दिन होती है – काल भैरव की पूजा विधि

निष्कर्ष                   

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए / गायत्री मंत्र का जाप कब करना चाहिए आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

करियर के अनुसार कौन-सा रुद्राक्ष पहनने से होगा लाभ – सम्पूर्ण जानकारी

गोमती चक्र के नुकसान – गोमती चक्र को सिद्ध कैसे करे

पति-पत्नी में कलह के कारण और उपाय – ज्योतिषी कारण और उनके सही उपाय

Leave a Comment