किस ग्रह के कारण कर्ज होता है –  कर्ज उतारने का मंत्र

किस ग्रह के कारण कर्ज होता है –  कर्ज उतारने का मंत्र – इस दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसके जीवन में कष्ट या दुख नहीं होगा. लगभग सभी मनुष्य के जीवन में किसी ना किसी प्रकार का कष्ट तो होता हैं. मनुष्य हमेशा ही विभिन्न प्रकार के कष्टों से घिरा रहता हैं. जिसमें से कर्ज नामका कष्ट भी बहुत ही भयानक होता हैं.

Kis-grah-ke-karan-karj-hota-h-utarne-ka-mantr (2)

जिसके जीवन में कर्ज होता हैं. वह अपना जीवन बहुत ही कष्ट के साथ व्यतीत करता हैं. क्योंकि कर्ज होने पर व्यक्ति अपनी जीवन जरूरी चीज़ वस्तु भी नहीं खरीद पाता हैं. कई बार हमारे भाग्य में कर्ज नही लिखा होता हैं. फिर भी हमे पुरे जीवन कर्ज का सामना करना पड़ता हैं. इसके पीछे ग्रह नक्षत्र भी कारणरूप माने जाते हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की किस ग्रह के कारण कर्ज होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

किस ग्रह के कारण कर्ज होता है

कई बार गृह नक्षत्र को भी कर्ज का कारण माना जाता हैं. कर्ज होने के पीछे मंगल ग्रह को कारणरूप माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर या खराब प्रभाव के साथ मौजूद हैं. तो उस जातक के जीवन में हमेशा के लिए कर्ज रह सकता हैं. जब तक मंगल ग्रह मजबूत नहीं हो जाता.

इसके अलावा किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ ग्रह के साथ युति में हैं. तो कुंडली का ऐसा योग भी जातक को कर्ज में डुबो सकता हैं. मंगल ग्रह को कर्ज का कारक ग्रह माना जाता हैं.

अगर मंगल ग्रह ही किसी जातक की कुंडली में अशुभ ग्रह के साथ योग बनाता हैं. या किसी जातक की कुंडली में कमजोर हैं. तो उस व्यक्ति के जीवन में कर्ज आना ही आना हैं.

अगर आप अपने जीवन से कर्ज मुक्ति चाहते हैं. तो सबसे पहले आपको मंगल ग्रह को मजबूत करना होगा. इसके अलावा मंगल ग्रह किसी अशुभ ग्रह के साथ युति में हैं. तो इसका निवारण जल्दी ही लाना होगा. इसके लिए आप किसी अच्छे से ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं.

Kis-grah-ke-karan-karj-hota-h-utarne-ka-mantr (1)

अस्थमा दूर करने का मंत्र – अस्थमा में सबसे प्रभावशाली मंत्र और जाप विधि

कर्ज उतारने का मंत्र

कर्ज उतारने के कुछ मंत्र और मंत्र जाप विधि हमने नीचे बताए हैं.

कर्ज उतारने का मंत्र-1

ओम ह्रीं महालक्ष्मी च विद्महे विष्‍णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात् ह्रीं ओम

कर्ज उतारने के लिए महालक्ष्मी या मंत्र बहुत ही प्रभावशाली और कारगर माना जाता हैं. अगर आप रोजाना 1008 बार कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जाप करते हैं. तो इसका असर आपको एक सप्ताह के भीतर ही देखने को मिल जाएगा. इस मंत्र जाप से आपका कर्ज धीरे धीरे उतरने लगेगा. और आपको अपार धन की भी प्राप्ति होगी.

किस लोटे से जल चढ़ाना चाहिए / तांबे के लोटे से पूजा करना चाहिए या नहीं 

कर्ज उतारने का मंत्र-2

ओम आं ह्रीं क्रौं श्रीं श्रियै नमः ममालक्ष्मीं नाशय ममृणोत्तीर्णं कुरु कुरु संपदं वर्धय स्वाहा

यह भी कर्ज उतारने का माता लक्ष्मी का बहुत ही कारगर और असरकारक मंत्र माना जाता हैं. इस मंत्र जाप से आपका पुराने से भी पुराना कर्ज कुछ ही दिन में उतर जाएगा. लेकिन आपको इस मंत्र का जाप 44 दिन तक करना होगा.

ऐसा माना जाता है की 44 दिन में जो जातक इस मंत्र का दस हजार बार जाप कर लेता हैं. तो उस जातक को महज 44 दिन के भीतर ही कर्ज से मुक्ति मिल जाती हैं. इसके अलावा इस मंत्र जाप से धन की भी प्राप्ति होती हैं. तो कर्ज उतारने के लिए आप इन दोनों मंत्र में से किसी भी एक मंत्र का जाप विधि सहित कर सकते हैं. यह दोनों ही मंत्र कर्ज मुक्ति के लिए कारगर और अचूक मंत्र माने जाते हैं.

Kis-grah-ke-karan-karj-hota-h-utarne-ka-mantr (3)

कन्या के शीघ्र विवाह हेतु मंत्र – 2 सबसे प्रभावशाली मंत्र

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की किस ग्रह के कारण कर्ज होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह किस ग्रह के कारण कर्ज होता है –  कर्ज उतारने का मंत्र आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

पूजा सफल होने के संकेत क्या होते है

किस महीने में जन्मे बच्चे भाग्यशाली होते हैं / जून महीने में जन्मे बच्चे कैसे होते हैं

पूजा करते समय सिर भारी होना क्या है कारण और क्या है संकेत

Leave a Comment