शिव पूजा का सही समय, विधि मंत्र, नियम, तथा लाभ – भगवान शिव को भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता हैं. क्योंकि भगवान शिव भोले मन से भक्त की सभी मनोकामना बहुत जल्दी पूर्ण करते है. इसलिए इस दुनिया में भगवान शिव के लाखों में भक्त हैं.
भगवान शिव की पूजा करने से मनुष्य की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं. लेकिन अगर शिवजी की पूजा सही समय पर की जाए. तो भक्त को और अधिक लाभ होता हैं. शिव पूजा का सही समय जानने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शिव पूजा का सही समय तथा शिव पूजा विधि मंत्र बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
शिव पूजा का सही समय
अगर आप शिवजी के भक्त हैं. और रोजाना शिवजी की पूजा करते हैं. तो शिवजी की पूजा का सबसे अच्छा और सही समय काल प्रदोष का समय माना गया हैं. काल प्रदोष अर्थात सूर्यास्त के एक घंटे पूर्व या एक घंटे बाद का समय. इस समय को काल प्रदोष समय कहा जाता हैं.
अगर आप इस समय भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं. तो अतिउत्तम माना जाता हैं. इसलिए शिव पूजा का सही समय काल प्रदोष समय हैं.
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शिव पूजा विधि मंत्र
हमने शिव पूजा विधि मंत्र सहित नीचे बताई हैं.
- शिव पूजा करने के लिए सबसे पहले अपने बाएं हाथ में जल लेकर अपने दाए हाथ से पूजन सामग्री पर जल का छिडकाव करके पूजन सामग्री को पवित्र करे.
- पूजन सामग्री को पवित्र करने के दौरान “ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्था गतोपिवा या स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्रामायंतर: शुचि:” इस मंत्र का जाप करे.
- इसके पश्चात शिवजी को घी का दीपक लगाए. तथा कुमकुम, रोली, अक्षत, पुष्प आदि सामग्री से पूजा करे.
- अब शिवजी की प्रतिमा के सामने जल भरा हुआ कलश स्थापित करे.
- इसके पश्चात “ओम नम: शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए. शिवजी का आहवान करे.
- शिवलिंग पर कच्चे दूध तथा जल से अभिषेक करे.
- इसके पश्चात धुप दीप आदि जलाए. और भगवान शिव से मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करे.
- पूजा पूर्ण हो जाने के बाद शिव चालीसा, शिव आरती अवश्य करे. तथा पुष्पांजलि अर्पित करे.
इस प्रकार विधि और मंत्र सहित शिवजी की पूजा करने से शिवजी के आशीर्वाद हमेशा के लिए भक्त पर बने रहते हैं.
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शिव पूजा नियम
शिव पूजा करने से पहले कुछ नियम आपको ध्यान में रखने होगे. जिसके बारे में हमने आपको नीचे जानकारी प्रदान की है.
- शिव पूजा हमेशा पवित्र मन से करनी चाहिए. तथा हो सके तो बीना सिले हुए वस्त्र पहनकर पूजा करनी चाहिए.
- शिव पूजा हमेशा आसन पर बैठकर ही करे. कुछ लोग बीना आसन के सीधे जमीन पर बैठ जाते हैं. जो की गलत हैं.
- शिव पूजा हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में मुंह करके ही करे.
- शिव पूजा के दौरान मन में किसी भी प्रकार का क्रोध या इर्षा नहीं होनी चाहिए.
- शिव पूजा में हल्दी और सिंदूर का प्रयोग करने से बचना चाहिए. क्योंकि यह दोनों वस्तु भगवान शिव की अप्रिय मानी जाती हैं.
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शिव पूजा सामग्री
शिव पूजा सामग्री निम्नलिखित है:
- पूजा के बर्तन
- पुष्प
- सोना
- चांदी
- पंच मेवा
- दही
- शुद्ध घी
- गंगा जल
- शहद
- रोली
- मौली
- भांग
- बिल्वपत्र
- धूपदीप
- कपूर
- शुद्ध जल
- मिष्ठान
- तुलसी दल
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शिव पूजा से लाभ
शिव पूजा से होने वाले लाभ हमने नीचे बताए हैं.
- शिव पूजा करने से व्यक्ति को रोग से छुटकारा मिलता हैं.
- शिव पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती हैं.
- शिव पूजा करने से व्यक्ति के आत्मबल में बढ़ोतरी होती है.
- शिव पूजा करने से शत्रुता का नाश होता हैं.
- शिव पूजा करने से हमारे शरीर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता हैं. तथा हमारे में बल और साहस बढ़ता हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शिव पूजा का सही समय तथा शिव पूजा विधि मंत्र बताया हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह शिव पूजा का सही समय, विधि मंत्र, नियम, तथा लाभ आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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