यक्षिणी साधना के खतरे, मंत्र, सरल साधना विधि

यक्षिणी साधना के खतरे, मंत्र, सरल साधना विधि – ऐसा माना जाता है की यक्षिणी साधना करने से मनुष्य की सभी प्रकार की समस्या का निवारण होता हैं. वैसे 36 प्रकार की यक्षिणी होती हैं. और सबके काम भी अलग-अलग होते हैं. वैसे यक्षिणी साधना करना बहुत ही कठिन काम हैं. लेकिन जो लोग यक्षिणी साधना करने में सफल हो जाते हैं. वह लोग दुनिया में जो चाहे वह पा सकते हैं.

Yakshini-sadhna-ke-khatre-mantr-saral (2)

लेकिन यक्षिणी साधना करने के कुछ खतरे भी ही हैं. अगर यक्षिणी साधना करने में ध्यान ना दिया जाए. और गलत तरीके से यक्षिणी साधना हो जाए. तो आपको फायदा होने की जगह नुकसान भी हो सकता हैं. यक्षिणी साधना के कुछ ऐसे ही खतरे के बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से यक्षिणी साधना के खतरे बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

यक्षिणी साधना के खतरे

यक्षिणी साधना करने के कुछ मुख्य खतरे हमने नीचे बताए हैं. तो हमारी नीचे दी गई बातों का ध्यान में रखे.

  • यक्षिणी साधना हमेशा अपने गुरु को पूछकर ही शुरू करनी चाहिए. आपके गुरु के बताए अनुसार यक्षिणी साधना करनी चाहिए. और उनके निर्देशानुसार चलना चाहिए. अगर आपके कोई गुरु नहीं हैं. और आप अपने हिसाब से यक्षिणी साधना करते हैं. तो यक्षिणी साधना गलत हो सकती हैं. इससे आपको बहुत भारी नुकसान हो सकता हैं. बीना गुरु के यक्षिणी साधना करना आपके लिए किसी खतरे से कम नहीं हैं.
  • ऐसा माना जाता है की यक्षिणी साधना करना बहुत ही कठिन काम हैं. मानो तलवार की धार पर चलने के समान हैं. अगर यक्षिणी साधना में जरा भी चुक होती हैं. तो आपको बहुत ही बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता हैं. कुछ बड़े तांत्रिको का मानना है की कायर और आलसी किस्म के लोगो को यक्षिणी साधना कभी नहीं करनी चाहिए.
  • यक्षिणी साधना करने से पहले अपने परिवार वालों को बताना जरूरी होता हैं. क्योंकि यक्षिणी साधना करने में खतरा बना रहता हैं. अगर परिवार वालों को इस बारे में पता है. तो साधना के दौरान वह आप पर नजर रख सकते है. और कुछ भी बुरा-भला होने पर आपका साथ दे सकते हैं.
  • यक्षिणी साधना करने के दौरान अपने पास फ़ोन या कोई भी इलेक्ट्रिक उपकरण न रखे. क्योंकि ऐसे उपकरण आपकी साधना में खलेल पहुंचा सकते हैं. और इस वजह से यक्षिणी साधना करने में आपसे कोई भी चुक हो सकती हैं. अगर यक्षिणी साधना में चुक होती हैं. तो आपको बहुत बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता हैं.

इस प्रकार से कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए यक्षिणी साधना करनी चाहिए.

Yakshini-sadhna-ke-khatre-mantr-saral (3)

पानी बढ़ने का मंत्र / जमीन में पानी होने के संकेत – पानी देखने की जड़ी बूटी

यक्षिणी साधना मंत्र

ॐ ह्रीं अनुरागिणी आगच्छ स्वाहा

यह यक्षिणी साधना मंत्र हैं. जो की काफी सरल और अचूक माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की इस यक्षिणी साधना मंत्र का जाप करने से अपार धन की प्राप्ति होती हैं. इस मंत्र का जाप करने की सरल विधि हमने नीचे बताई हैं.

महामृत्युंजय मंत्र का जाप कब करना चाहिए / महामृत्युंजय मंत्र की विशेषता

सरल यक्षिणी साधना

यह मंत्र जाप करने से पहले आपको एकांत जगह का चुनाव करना होगा. ताकि कोई भी आपके मंत्र जाप में अड़चन रूप न हो. इस साधना को रात्री के दस बजे बाद प्रारंभ करना चाहिए.

यह मंत्र जाप करने से पहले यक्षिणी की प्रतिमा अपने समक्ष रखे. अब ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करे. मंत्र जाप आपको कम से कम दस हजार बार और अधिक से अधिक एक लाख बार करना हैं.

मंत्र जाप हो जाने के बाद हवन प्रकट करे. और हवन में 108 बार हवन सामग्री से आहुति दे. इस प्रकार से सरल यक्षिणी साधना विधि करे. आपके मन की सभी मनोकामना पूर्ण होगी. और आपको अपार धन की प्राप्ति होगी.

Yakshini-sadhna-ke-khatre-mantr-saral (1)

भगवान शिव को प्रकट करने का मंत्र क्या है – सम्पूर्ण जानकारी

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से यक्षिणी साधना के खतरे बताए है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह यक्षिणी साधना के खतरे, मंत्र, सरल साधना विधि आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

प्रेम विवाह के लिए शिव पूजा – प्रेम विवाह के लिए मंत्र 

तीव्र बुद्धि मंत्र – ज्ञान पाने का मंत्र / मानसिक शक्ति बढ़ाने के उपाय

रोग मुक्ति उपाय पानी से कैसे करे – रोग मुक्ति मंत्र कौन से है

Leave a Comment